Cauvery nadi


यदि कावेरी नदी या मीठा पानी  समुद्र में नही जाएगा तो हो सकता है हमारे भारत की भूमि समुद्र से 100km तक रहने लायक न बचें.

Cauvery colling
Add caption
Carvery Colling 


यदि मीठे पानी की नदियाँ समुद्र में नही गिरेंगीं तो समुद्र का पानी भारत के समुद्री तटीय क्षेत्र से 100km तक निचले तल में घुस सकता है जिससे वंहा का पानी न पीने लायक होगा और न उगाने लायक ,इसका अर्थ यह है कि हैम इतनी जमीन खो देंगे 

      मीठा पानी नदियों का लगभग 50% तो जाना चाहिए यदि 50% नही तो 25%-30% तक तो जाना ही चाहिए और मीठा पानी समुद्र में ना जाने से उपमहाद्वीप में मानसून नही आएंगे वे उप महाद्वीप से दूरी बनाते जाएंगे.

   ऐसे में कावेरी नदी एक मीठे जल की नदी है और वो पतन की ओर है उसका कारण है पेड़ जी हाँ पेड़ नदी को सूखने से बंचाते है ,और पेड़ो की वजह से घनी वर्षा होती है जिससे
नदियों में कभी पानी की कमी नही हो पाती.





पानी की समस्या इतनी पहले ही भारत के कई राज्य झेल रहे हैं , ऐसे में यदि भारत के जमीन के निचले तल से समुद्री पानी आ गया तो वो जमीन किसी भी काम की नही रहजायेगी ऐसा पहले ही tuticorin में हो चुका है 
    Tuticorin में लगभग 50km-60km तक समुद्री बेहद खारा पानी जमीन के निचले तल से अंदर जा चुका है . 



Cauvery  Colling